एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
लोकनाथं, शोक – शूल – निर्मूलिनं, शूलिनं मोह – तम – भूरि – भानुं ।
धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ ।
किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥
शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.
शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे shiv chalisa in hindi ।
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
नित्त नेम कर प्रातः Shiv chaisa ही, पाठ करौं चालीस।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र